विदिशा| पिछड़े वर्ग के 50 विद्यार्थियों को हर साल विदेश अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी। अब तक मात्र 10 विद्यार्थियों को ही यह छात्रवृत्ति मिलती थी। नियम संशोधन के मुताबिक भविष्य में क्यूएस रैंक 500 तक की संस्थाओं में अध्ययन के लिए भी विद्यार्थियों को अनुमति दी जाएगी।
Source: Dainik Bhaskar August 02, 2018 01:41 UTC