Dainik Bhaskar Apr 09, 2019, 10:40 PM ISTकिरंदुल में हनुमान जी की पूजा के दौरा हाथों से कलश छूटकर गिर गया थाऐसे में कार्यकर्ताओं ने अनहोनी की आशंका जताई थी, एसपी ने भी उधर जाने से रोका थाकिरंदुल। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए श्यामगिरी में पुजारियों से दिवंगत विधायक भीमा मंडावी ने आखिरी शब्द कहे थे- हमारा साथ दें। मंडावी को बचेली से दंतेवाड़ा आना था, लेकिन एक कार्यकर्ता के फोन के बाद वे अचानक श्यामागिरी मेले में जाने के लिए निकल पड़े। हालांकि उस रास्ते से जाने के लिए के दंतेवाड़ा एसपी ने मना भी किया पर वे नहीं माने। दिवंगत भीमा मंडावी ने श्यामगिरी मेला पहुंचते ही ग्रामीण रीति-रिवाज से स्थानीय देवता आंगादेव की पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने मेले में पुजारियों से मुलाकात की।कलश हाथ से छूटकर गिरा तो घबरा गए कार्यकर्ताकिरंदुल में सभा से पहले वे भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना की हुई थी, जिसकी पूजा उन्होंने की। इस दौरान पूजा का कलश गिर गया, जिसे उन्होंने ठीक भी किया। इस पर एक कार्यकर्ता ने उनसे किसी अनहोनी की आशंका जताई थी। इस पर भीमा ने कार्यकर्ताओं से सावधानी से बिना किसी विवाद के एकजुट होकर पूरी लगन से पार्टी का प्रचार करने की समझाईश दी।दरभा डिवीजन कमेटी ने ही किया आईईडी ब्लास्टभाजपा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमले में नक्सलियों के दरभा डिवीजन कमेटी का हाथ होने की बात सामने आ रही है। यह वही नक्सली डिवीजन है जिसने छह साल पहले 25 मई 2013 को झीरम घाटी में कांग्रेसी काफिले पर हमला कर 29 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इसमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, तत्कालीन पीसीसी चीफ नंदकुमार पटेल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार समेत 29 कांग्रेसियों की मौत हो गई थी।
Source: Dainik Bhaskar April 09, 2019 15:56 UTC