अयोध्या में 1992 में 6 दिसंबर को विवादित ढांचा गिराया गया था9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दियाराम जन्मभूमि को रेड और शहर को यलो समेत 4 जोन में बांटकर सीसीटीवी से निगरानी हो रहीDainik Bhaskar Nov 16, 2019, 06:53 PM ISTअयोध्या. राम मंदिर पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर अयोध्या में सार्वजनिक और धार्मिक स्थानों की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। अब प्रशासन ने यह व्यवस्था 6 दिसंबर तक बनाए रखने का फैसला लिया है। अयोध्या में विवादित जमीन पर बने विवादित ढांचे को 1992 में इसी तारीख को ढहाया गया था। राम जन्मभूमि समेत सभी प्रमुख मंदिरों के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था।डीएम अनुज झा ने बताया कि राम जन्मभूमि के आसपास घोषित रेड जोन और जिले के अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। इन जगहों पर लगातार सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। प्रशासन के लिए चुनौती 6 दिसंबर तक पूरी अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में शांति का वातावरण बनाए रखना है। अयोध्या की जनता बहुत शांतिप्रिय है। उम्मीद है कि वह आगे भी इसी तरह सौहार्द का माहौल बनाए रखेगी।अयोध्या को चार जोन में बांटा गयाकोर्ट के फैसले के वक्त शहर को सुरक्षा के लिहाज से चार जोन में बांटा गया था। रामलला विराजमान का 2.77 एकड़ का क्षेत्र को रेड जोन में रखा गया था। शहर को यलो जोन, पूरे जिले को ग्रीन जोन और जिले के आसपास के इलाकों को ब्लू जोन में रखा गया था। डीएम ने बताया कि अयोध्या में हनुमानगढ़ी, कनक भवन, दशरथ महल और राम की पैड़ी के आसपास 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके लिए एक कमांड सेंटर बनाया गया है जहां से एसएसपी खुद निगरानी करते हैं।
Source: Dainik Bhaskar November 16, 2019 11:08 UTC