आवारा कुत्तों से शहर के लोग परेशान हैं। नपा अफसरों को शहरवासियों की परेशानी नहीं दिख रही है। बुधवार को शहर के भोज नगर, छत्रीपुरा, धारेश्वर समेत अन्य जगह के 12 लोगों काे कुत्ते के काटने पर जिला अस्पताल लाया गया। जहां उनका उपचार किया गया। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग शामिल थे। कुत्तों की नसबंदी के लिए नपा में 27 जुलाई को हुई पीआईसी की बैठक में निर्णय लिया था। वहीं नपा सीएमओ टीम द्वारा रोजाना कार्रवाई कर 10 कुत्ते पकड़ने की बात कह रही हैं। इसके बावजूद कुत्तों के काटने के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। सात महीनों में धार समेत आसपास के क्षेत्रों में 1 हजार 117 लोगों को कुत्तों ने काटा है। यह आंकड़ा जिला अस्पताल का है जबकि नगर पालिका का दावा है कि टीम रोज 10 कुत्तों को पकड़ रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी के अनुसार कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ी हैं। रोजाना 4 से 5 लोग कुत्तों के काटने के बाद अस्पताल इलाज के लिए आ रहे हैं। इसके चलते शहर के लोगों में दहशत है।सुबह 8.57 बजे धार के शुभम (20) को कुत्ते के काटने पर जिला अस्पताल लाया गया। उसके बाद 9.10 पर राकेश पिता विनायक (40) को, 9.22 पर भोजनगर के सुरेशचंद्र भंडारी (76) को, 9.37 बजे लसुड़िया की निर्मलाबाई (32) काे, 9.54 पर धार के ही दारासिंह (32) को, 9.55 बजे फिर धार के डीएस सिंह (30) को, 9.58 पर सविता (7), 10.6 पर अनुष्का (4) और 11.29 बजे आशा (45) को उपचार के लिए लाया गया। वहीं दोपहर में धार, तिरला और दिगठान के मरीज पहुंचेे। अनिल (30) धार कुत्ते के काटने से घायल हुआ। मेहताबाई पति महेश नि. बोरी तिरला के साथ इकलाख पिता हसीर (24) नि. दिग्ठान कुत्ते के काटने पर उपचार कराने पहुंचे। शाम को 3 और लोगों को लाया गया जिन्हें कुत्तों ने काटा था। जहां फर्स्ट ग्रेड वाले मरीजों को 3 इंजेक्शन रैबीज के और सेकंड ग्रेड वालों को पांच इंजेक्शन रैबीज के 1 दिन छोड़कर एक दिन लगाए जाएंगे। पहला इंजेक्शन बुधवार को लगाया गया। इन मरीजों के बढ़ने से रोजाना 30-40 इंजेक्शन ओपीडी वार्ड में दिए जा रहे हैं। वहीं जुलाई में 309 इंजेक्शन लगाए गए। स्टोर से भी सीमित इंजेक्शन दिए जा रहे हैं।घायल सुरेश भंडारी निवासी भोज नगर धार ने बताया घर के बाहर जा रहा था कि रास्ते में कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया। लगातार ऐसी घटना हो रही है। अब तो सड़कों पर चलना भी दूभर हो गया है। इन पर कार्रवाई होना चाहिए।सीएस डॉ. एमके बौरासी का कहना है रैबीज के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद से इंजेक्शन का स्टॉक स्टोर में है। इंजेक्शन की कमी नहीं आने दी जाएगी। साथ ही मरीजों को समझाइश भी दे रहे हैं कि बारिश का समय होने से घाव को पानी नहीं लगने दें।घायल राकेश पिता विनायक निवासी धारेश्वर मार्ग ने बताया मजदूरी के लिए घर से निकला था। नन जाने किधर से कुत्ते दौड़ते हुए आए और पैर में काट लिया। जैसे-तैसे उन्हें भगाया और अस्पताल आया। पैर जख्मी होने के बाद चलना मुश्किल हो रहा है। नपा को कार्रवाई करना चाहिए।नपा सीएमओ डॉ. मधु सक्सेना का कहना है शहर में कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है। टीम राेजाना 10 कुत्ते पकड़ रही है। अगर एक ही दिन में 12 लोगों को कुत्तों ने काटा है तो गंभीर मामला है। कुत्तों की एंटी रैबीज टीके लगाकर नसबंदी की कार्रवाई भी शीघ्र की जाएगी।
Source: Dainik Bhaskar August 01, 2018 21:54 UTC