जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर भाजपा ने चौतरफा घेरेबंदी शुरु कर दी है। एनआरसी मुद्दे पर उग्र ममता के पुराने बयान निकाले जा रहे हैं जिसमें उन्होंने घुसपैठियों के खिलाफ बोला था। भाजपा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए जो घुसपैठियों के खिलाफ थी, फिर अचानक उन्हें लेकर उनका प्रेम क्यो? पश्चिम बंगाल के लोग उनके इस दोहरे रवैए का जवाब देंगे।पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की 11 अगस्त को रैली प्रस्तावित है, उनकी रणनीति दिल्ली में बन चुकी है। वहां यह बताने की कोशिश होगी कि ममता वोट की राजनीति में प्रदेश और प्रदेश की जनता को भूल रही हैं। उन्हें इसकी फिक्र नहीं कि प्रदेश के संसाधनों का पूरा हिस्सा मूल जनता को नहीं मिल रहा है। भाजपा महासचिव और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी एनआरसी विरोध दरअसल पश्चिम बंगाल के बेरोजगार युवाओं के अधिकारों पर चोट है, जिनके हक को घुसपैठिए हड़प रहे है।असम के बाद पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों की मांग है। ममता बनर्जी को अपना राजनीतिक हित दिख रहा है, इसलिए वह घुसपैठियों के समर्थन में खड़ी दिख रही है। वहीं जब वह विपक्ष में थी, तो इनका विरोध और देश से निकालने की बात करती थी। ममता बनर्जी के संसद भवन आने और विपक्षी दलों के नेताओं से मेल-मुलाकात के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि वह पीएम मोदी के मुकाबले देश का नेता बनने का ख्वाब देख रही है, लेकिन उन्हें नहीं पता है, कि वह जिस तरह से राजनीतिक स्वार्थ को लेकर काम कर रही है, वह न तो देश की नेता बन पाएगी और न ही पश्चिम बंगाल की नेता रहेगी।आने वाले समय में उन्हें इसका जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग एनआरसी को लेकर भाजपा पर आरोप लगा रहे है, उन्हें समझना होगा, कि एनआरसी कौन लेकर आया था। राजीव गांधी ने इसे शुरु किया था। हमने तो इस काम को तेजी से पूरा किया है।By Ravindra Pratap Sing
Source: Dainik Jagran August 01, 2018 14:37 UTC