आरोप- ज्योतिरादित्य ने नामांकन में अपने ऊपर दर्ज कई केसों की जानकारी नहीं दी, सोलंकी ने सरकारी नौकरी में रहते हुए भरा पर्चासिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के कारणों में राज्यसभा का टिकट नहीं मिलना भी था, इसी वजह से एमपी में आया सियासी भूचालदैनिक भास्कर Mar 16, 2020, 08:12 PM ISTभोपाल. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की ओर से वकील और जेपी धनोपिया ने भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी के नामांकन पर आपत्ति लगाई गई है। आपत्ति में कहा गया है कि सिंधिया ने अपने ऊपर दर्ज कई आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई है। वहीं, सोलंकी के बारे में आपत्ति लगाई गई है कि उन्होंने शासकीय सेवा में रहते हुए राज्यसभा के लिए नामांकन भरा।ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के पीछे राज्यसभा का टिकट न मिलना भी एक कारण था। सिंधिया के पार्टी से हटते ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट आ गया। सिंधिया समर्थक 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया, इनमें छह कमलनाथ सरकार में मंत्री थे। इन मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, जबकि अन्य 16 विधायकों के इस्तीफे अभी तक न स्वीकृत हुए हैं और न ही रिजेक्ट हुए हैं।राज्यसभा चुनाव का कार्यक्रममध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों पर चुनाव के लिए 6 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी। 13 मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। 18 मार्च तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकते हैं। चुनाव के लिए मतदान 26 मार्च को होगा और इसी दिन मतों की गिनती होगी। जिन तीन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से अभी एक कांग्रेस और दो भाजपा के पास थी। कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और भाजपा से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा हो रहा है। कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि भाजपा ने अपने दोनों प्रत्याशी बदलते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी को टिकट दी है।
Source: Dainik Bhaskar March 16, 2020 14:37 UTC