” एक 40-सेकंड की वीडियो क्लिप में कथित तौर पर कोटेचा को यह कहते हुए देखा जा सकता है: "जो कोई भी अंग्रेजी चाहता है वह छोड़ सकता है ... मैं हिंदी में सहज हूं और हिंदी में बोलना पसंद करूंगा ..." . यह भी पढ़ें: केंद्र के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट फैसले पर केरल के मंत्री को शशि थरूर ने दिया जवाबमामले में कोटेचा का कहना है कि उनकी टिप्पणियों को लेकर जो दावा किया जा रहा है उसमें हेरफेर की गई है. वेबिनार में शामिल लोगों ने कहा कि उन्होंने भाषा की समस्या को समझाने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा,"मैंने आग्रह किया कि आप जांच का आदेश दें ... और उन सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें, जिन्होंने भाषा के आधार पर हमारे साथी नागरिकों के साथ भेदभाव (भेदभावपूर्ण) व्यवहार किया है." Facebook को किया गया समन, संसदीय समिति ने 2 सितंबर को बुलाया
Source: NDTV August 22, 2020 18:56 UTC