Dainik Bhaskar Dec 21, 2018, 10:07 PM ISTपणजी. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए मनोहर पर्रिकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राफेल डील के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। रेड्डी ने यह बात गुरुवार को मरगाओ में पार्टी की जन आक्रोश रैली में कही। गोवा का मुख्यमंत्री बनने से पहले पर्रिकर मोदी सरकार में रक्षा मंत्री थे।गोवा में मुख्यमंत्री बदलने के लिए कांग्रेस जन आक्रोश रैलियां कर रही है। कांग्रेस का दावा है कि मुख्यमंत्री के गिरते स्वास्थ्य के चलते सरकार का काम प्रभावित हो रहा है।रेड्डी ने यह भी कहा- "पर्रिकर नैतिकता की बात करते हैं लेकिन वह खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जोंक की तरह चिपक गए हैं।'' रेड्डी के साथ गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चोडांकर, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, रवि नाइक, फ्रांसिस्को सार्डिन्हा भी मौजूद थे।पूर्व मंत्री के मुताबिक- "मैं जानता हूं कि वह मोदी को ब्लैकमेल करने की स्थिति में हैं। लेकिन क्या वह मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहने के लिए पीएम को ब्लैकमेल कर रहे हैं? इस पर सोचने की जरूरत है।''रेड्डी के बयान पर भाजपा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बावजूद कांग्रेस राफेल मुद्दे के जरिए फायदा उठाना चाहती है। 14 दिसंबर को शीर्ष कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे जाने को क्लीन चिट देते हुए सभी याचिकाएं खारिज कर दी थीं।पर्रिकर के स्वास्थ्य पर राजनीति न हो हाल ही में पर्रिकर दो निर्माणाधीन पुलों को देखने पहुंचे थे। इस दौरान वह काफी कमजोर दिखाई दिए। उनकी नाक में नली डली हुई थी। कांग्रेस ने तंज कसा कि अगर मुख्यमंत्री निर्माणाधीन पुलों को देखने जा सकते हैं तो उन्हें गोवा के आजादी दिवस (19 दिसंबर) के मौके पर तिरंगा भी फहराना चाहिए। चोडांकर ने कहा था कि तिरंगा फहराना, पुलों के निरीक्षण करने से ज्यादा सरल और सम्मानित काम है।इस पर भाजपा महासचिव सदानंद तनवाड़े ने कहा- मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर बीते दो महीने से कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। उन्हें कोई प्रतिक्रिया इसलिए नहीं मिली क्योंकि लोग पर्रिकर का बहुत सम्मान करते हैं। हर आदमी उनके (पर्रिकर) के राज्य में योगदान को जानता है।
Source: Dainik Bhaskar December 21, 2018 15:02 UTC