Dainik Bhaskar Apr 09, 2019, 09:01 PM ISTहमला श्यामगिरी के पास भाजपा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हुआ, नक्सलियों ने ब्लास्ट के बाद फायरिंग भी कीलोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा क्षेत्र के दंतेवाड़ा में मतदानदंतेवाड़ा (घटनास्थल से प्रदीप गौतम की रिपोर्ट). लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में आईईडी ब्लास्ट से हमला कर दिया। नक्सलियों के निशाने पर स्थानीय भाजपा विधायक भीमा मंडावी का काफिला था, जो मंगलवार दोपहर नकुलनार से करीब दो किमी दूर श्यामगिरी से गुजर रहा था। डीआईजी पी सुंदरराज ने बताया कि ब्लास्ट के बाद विधायक मंडावी और उनके ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी सुरक्षा में तैनात 3 जवान भी हमले में शहीद हो गए।हमला तब हुआ जब विधायक मंडावी चुनाव प्रचार कर लौट रहे थे। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण दंतेवाड़ा में चुनाव प्रचार दोपहर 3 बजे ही खत्म हो गया था। मंडावी बुलेटप्रूफ गाड़ी में सवार थे। उनके काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ी भी थी। धमाका इतना ताकतवर था कि मंडावी और सुरक्षा बलों की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई।स्पेशल डीजी डीएम अवस्थी ने बताया, भाजपा विधायक को पहले ही जानकारी दी गई थी कि कुआकोंडा के पास इस रूट पर सुरक्षा मौजूद नहीं है और उन्हें वहां नहीं जाना चाहिए। वहीं, चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि मतदान तय वक्त पर ही होगा।बस्तर संभाग के अकेले भाजपा विधायक थे मंडावी2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग की 12 सीटों में से भाजपा केवल दंतेवाड़ा सीट पर जीती थी। यहां भीमा मंडावी ने कांग्रेस की देवती कर्मा को हराया था। मंडावी विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता भी थे।झीरमघाटी हमले में मारे गए थे दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक महेंद्र कर्मा25 मई 2013 को झीरमघाटी में हुए नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेता मारे गए थे। इनमें मध्यप्रदेश के पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, तत्कालीन छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार समेत 30 लोगों की मौत हो गई थी। महेंद्र कर्मा दंतेवाड़ा सीट से तीन बार विधायक रहे। 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भीमा मंडावी ने ही हराया था। हालांकि, 2013 के विधानसभा चुनाव में मंडावी महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा से हार गए थे।
Source: Dainik Bhaskar April 09, 2019 12:03 UTC