टैक्स चोरी करने वालों की अब खैर नहीं, सरकार कर रही यह पक्का इंतजाम - News Summed Up

टैक्स चोरी करने वालों की अब खैर नहीं, सरकार कर रही यह पक्का इंतजाम


मोदी ने भी जताई चिंता प्रधानमंत्री ने 13 अगस्त को देश का पहले चार्टर ऑफ टैक्सपेयर्स राइट्स को लॉन्च किया था। उन्होंने लोगों से इस बात पर आत्ममंथन करने की अपील की थी कि 1.3 अरब की आबादी में केवल 1.5 करोड़ लोग ही इनकम टैक्स देते हैं। जून तक देश में 50.95 करोड़ पैन कार्डधारक थे लेकिन इनमें से केवल 6.48 करोड़ लोग ही इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं और केवल 1.5 करोड़ ही वास्तव में टैक्स देते हैं।बड़ी लेनदेन छिपाने के लिए मल्टीपल पैन एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग अपना बड़ा लेनदेन छिपाने के लिए कई पैन कार्ड यूज करते हैं और खुद को कर दायरे से बाहर रखते हैं। अधिकारी ने कहा कि यही वजह है कि केवल 32.71 करोड़ पैन कार्ड ही आधार से लिंक हुए हैं। अगर 31 मार्च तक बाकी पैन कार्ड को आधार से नहीं जोड़ा गया तो फिर वे जांच के दायरे में आ सकते हैं।कर चोरी करने वालों पर कड़ी नजर कंसल्टैंसी फर्म टैक्समैन में डिप्टी जनरल मैनेजर नवीन वाधवा ने कहा कि अगर अभी तक पैन को आधार से लिंक नहीं किया गया है तो फिर मल्टीपल पैन हासिल करने की संभावना है। एक बार पैन के आधार से लिंक होने के बाद मल्टीपल पैन हासिल करने की संभावना नहीं रहती है। अधिकारियों के मुताबिक पैन और आधार को जोड़ने से टैक्स अधिकारियों को कर चोरी करने वालों पर नजर रखने में मदद मिलेगी।बढ़ सकती है बड़े लेनदेन की सूची सरकार बड़े लेनदेन की सूची बढ़ा सकती है जिन पर आईटी विभाग नजर रखता है। इसमें सालाना 1 लाख रुपये से अधिक की एजुकेशन फीस, 1 लाख रुपये से अधिक की बिजली खपत, बिजनस क्लास में घरेलू विमान यात्रा, 1 लाख रुपये से अधिक के गहने या व्हाइट गुड्स की खरीद, 20,000 रुपये से अधिक प्रॉपटी टैक्स का भुगतान, 50 हजार रुपये से अधिक लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम और 20 हजार रुपये से अधिक का हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम शामिल है।


Source: Navbharat Times August 21, 2020 10:20 UTC



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