सूत्रों ने बताया कि इस "डीलब्रेकर" मांग को कांग्रेस नेतृत्व को सूचित किए जाने के बाद ही सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम पद से मुक्त कर दिया गया था. सूत्रों ने कहा कि पायलट ने दो दिन पहले प्रियंका गांधी से बात की थी और उनकी बात तसल्ली के साथ सुनी गई थी. ऐसा बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी ने बुधवार को भी पायलट को फोन किया. कांग्रेस द्वारा ऑडियो के टेप में की गई बातचीत के पढ़े जाने के तुरंत बाद दो प्राथमिकी दर्ज की गईं. पायलट के करीबी सूत्रों ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि कांग्रेस राजस्थान के बाहर क्या भूमिका दे सकती है.
Source: NDTV July 17, 2020 17:09 UTC