पालक हर महीने प्रति छात्र 20-20 रुपए चंदा करते हैं और इसी रुपए से गांव के दो शिक्षित युवकों को स्कूल में पढ़ाने पदस्थ किएDainik Bhaskar Nov 17, 2019, 01:26 AM ISTबड़गांव . कोयलीबेड़ा विकासखंड के छिंदपाल प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले 46 बच्चों का भविष्य अंधकार में है। शासन ने यहां बच्चों को पढ़ाने एक-दो नहीं बल्कि तीन शिक्षक पदस्थ किए हैं। तीन में से एक शिक्षक मुकेश मंडावी संकुल समन्यवक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं तो बाकी दो शिक्षकों में से एक सनकेर गावड़े स्कूल आते ही नहीं। तीसरे शिक्षक लोमेश सोनी नियमित स्कूल नहीं आते। नाराज ग्रामीणों ने कहा कि अब अगर व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो स्कूल में ताला जड़ देंगे।पालक हर महीने प्रति छात्र 20-20 रुपए चंदा करते हैं और इसी रुपए से गांव के दो शिक्षित युवकों को स्कूल में पढ़ाने पदस्थ किया है। पूरे स्कूल के संचालन का जिम्मा गांव के इन्हीं दोनों युवकों पर है। पंचायत प्रतिनिधि घनश्याम खुड़श्याम, समारू राम कोठारी, चैनू राम, छविलाल, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष परदेशी उसेंडी, गोपी दरेंद्र, परमेश अलनिया ने बताया कि सनकेर गावड़े जब से स्कूल में पदस्थ हुआ हैवह कभी कभार ही स्कूल आता है। दूसरा शिक्षक लोमेश सोनी भी स्कूल में कभी कभार ही आता है। शिक्षकों के नहीं पहुंचने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। स्कूल में बच्चों को देखने वाला तक कोई नहीं होता था ऐसे में बच्चे दिनभर मस्ती करते और लड़ाई-झगड़ा करते रहते थे। पालकों ने आपस में प्रति छात्र 20-20 रुपए चंदा कर गांव के दो युवकों को बच्चों की देखरेख और पढ़ाने के लिए रखा है लेकिन वेतन लेने वाले शिक्षक मौज कर रहे हैं। बीईओ, बीआरसी को शिकायत करते-करते थक चुके हैं।
Source: Dainik Bhaskar November 16, 2019 19:52 UTC