रिलायंस की डील पूरी: रिलायंस रिटेल में अब कोई डील नहीं होगी, 44 दिनों में 47,265 करोड़ रुपए जुटाए - News Summed Up

रिलायंस की डील पूरी: रिलायंस रिटेल में अब कोई डील नहीं होगी, 44 दिनों में 47,265 करोड़ रुपए जुटाए


Hindi NewsBusinessMukesh Ambani; Reliance Retail Has Raised Rs 47265 Crore By Selling 10.09 Percent Stake In Last 44 DaysAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपरिलायंस की डील पूरी: रिलायंस रिटेल में अब कोई डील नहीं होगी, 44 दिनों में 47,265 करोड़ रुपए जुटाएमुंबई 16 घंटे पहलेकॉपी लिंकरिलायंस रिटेल में सितंबर में एक डील, अक्टूबर में सात डील और नवम्बर में एक डील हुईरिलायंस रिटेल का कुल टर्नओवर वित्त वर्ष 2019-20 में 1.62 लाख करोड़ रुपए रहा हैरिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स अब निकट समय में कोई हिस्सेदारी नहीं बेचेगी। इसकी हिस्सेदारी बेचने का वर्तमान चरण पूरा हो गया है। कंपनी ने पिछले 44 दिनों में 10.09% हिस्सेदारी बेच कर 47,265 करोड़ रुपए जुटाई है। इसी के साथ हिस्सेदारी बेचने की वर्तमान प्रक्रिया अब पूरी हो गई है।पहली डील 25 सितंबर को हुई थीरिलायंस रिटेल में पहली हिस्सेदारी 25 सितंबर को बेची गई थी। इसके तहत सिल्वर लेक पार्टनर्स ने 1.60% हिस्सेदारी के एवज में 7,500 करोड़ रुपए दिया। जबकि 9 अक्टूबर को इसी कंपनी और इसके अन्य निवेशकों ने 0.40% हिस्सेदारी और खरीदी। इसके लिए 1,875 करोड़ रुपए दिया। इस तरह से दो बार में इस कंपनी ने 9,375 करोड़ रुपए में 2% हिस्सेदारी खरीदी।अक्टूबर में सबसे ज्यादा डीलसबसे ज्यादा डील अक्टूबर महीने में हुई। अक्टूबर में कुल 7 डील हुई। इसमें कंपनी ने सबसे ज्यादा रकम जुटाई। जबकि नवम्बर में महज एक डील हुई। इसमें सउदी अरबिया की PIF ने 2.04% हिस्सेदारी खरीदी। उसने 9,555 करोड़ रुपए का निवेश किया। अक्टूबर में जिन कंपनियों ने निवेश किया उसमें प्रमुख रूप से KKR ने 5,550 करोड़, मुबादला ने 6,247 करोड़, ADIA ने 5,512 करोड़ और GIC ने 5,512 करोड़ रुपए का निवेश किया।69,27 करोड़ शेयर अलॉट कियाइस पूरी डील में रिलायंस रिटेल ने 69.27 करोड़ शेयर कंपनियों को अलॉट किया। इस बारे में रिलायंस रिटेल वेंचर्स की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि हम रिलायंस रिटेल में इस मजबूत और प्रतिष्ठित भागीदारी से खुश हैं। निवेशकों ने हमारे बिजनेस में अच्छा रिस्पांस दिखाया है। हम आगे भी उनके अनुभव और ग्लोबल कनेक्टिविटी से लाभ लेने के लिए काम करते रहेंगे।नए ई-कॉमर्स पर फोकसईशा अंबानी ने कहा कि हमारा फोकस नए ई- कॉमर्स पर है और हम भारतीय रिटेल सेक्टर में एक परिवर्तन की भूमिका निभा रहे हैं। इसके जरिए हम लाखों मर्चेंट, माइक्रो, स्माल और मीडियम उद्योगों को सक्षम बना रहे हैं। रिलायंस रिटेल में मॉर्गन स्टेनली ने फाइनेंशियल एडवाइजर्स की भूमिका निभाई। जबकि बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने अतिरिक्त फाइनेंशियल एडवाइजर्स की भूमिका निभाई।रिलायंस ग्रुप की रिटेल इकाई है रिलायंस रिटेलबता दें कि रिलायंस रिटेल देश की निजी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल इकाई है। 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कुल टर्नओवर 659,205 करोड़ रुपए है। इसका शुद्ध फायदा 39,880 करोड़ रुपए रहा है। रिलायंस रिटेल वेंचर्स का टर्नओवर 1.62 लाख करोड़ रुपए रहा है। इसका शुद्ध लाभ 5,448 करोड़ रुपए रहा है। रिलायंस रिटेल 2013-18 के दौरान ग्लोबल स्तर पर 50 सबसे तेज बढ़ने वाली कंपनियों में से रही है।


Source: Dainik Bhaskar November 19, 2020 13:25 UTC



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