नई दिल्ली, जेएनएन। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ समेत अन्य करीबी अश्विन शर्मा और प्रतीक जोशी के यहां आयकर छापों के दौरान राज्य पुलिस ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। इस दौरान राज्य पुलिस के अधिकारी बड़ी गलती कर बैठे। इसे लेकर मामला अब ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है। मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर जांच भी शुरू कर दी गई है।बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के यहां आयकर छापों के दौरान सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के बीच टकराव और विवाद हो गया। स्थानीय थानाध्यक्ष और डीएसपी ने छापेमारी में आयकर के साथ सुरक्षा के लिए मौजूद सीआरपीएफ जवानों संग बदतमीजी की। आरोप है कि जिला पुलिस ने छापेमारी में व्यवधान पहुंचाने के लिए सीआरपीएफ कर्मियों व अधिकारियों संग गाली-गलौच की। इस बीच नौबत टकराव तक पहुंच गई।मामले में सीआरपीएफ अधिकारी एमएस वर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्य पुलिस को इस कार्रवाई की पहले से कोई सूचना नहीं थी। शायद इसलिए एसएचओ (थानाध्यक्ष) खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने हमसे पूछा कि हम उनके क्षेत्र में बिना उनकी अनुमति के कैसे कोई कार्रवाई कर सकते हैं। एमएस वर्मान के अनुसार उस वक्त वह राज्य को केवल इतना बता सकते थे कि ये मामला अधिकार क्षेत्र (Jurisdiction) का नहीं है। हम केवल सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं। इस पर मध्य प्रदेश पुलिस के एसएचओ और डीएसपी ने सीआरपीएफ जवानों से बदतमीजी और गाली-गलौच की। मामले में उच्चाधिकारियों से शिकायत कर दी गई है। अगर जांच के दौरान मुझसे पूछा जाता है तो मैं पक्का पुलिस की करतूत उजागर करूंगा। एमएस वर्मा ने बताया कि छापेमारी फिलहाल पूरी हो चुकी है। सीआरपीएफ अधिकारी एमएस वर्मा, मंगलवार को मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के करीबी अश्विन शर्मा के यहां आयकर की छापेमारी के दौरान मौजूद थे।राज्यपाल ने पुलिस-सीआरपीएफ टकराव पर मांगी रिपोर्टमुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के यहां आयकर छापों के दौरान सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के बीच टकराव और विवाद की स्थिति को लेकर राजभवन ने सरकार से रिपोर्ट तलब कर ली है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इस संबंध में प्रदेश के प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग को ई-मेल भेजकर पूछा है कि क्या आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान तैनात सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के बीच टकराव जैसी स्थिति बनी।इस पर पुलिस महानिदेशक की ओर से राजभवन को भेजे गए जवाब में कहा गया है कि पुलिस की ओर से कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं किया गया है। मालूम हो कि भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा स्थित अश्विन शर्मा एवं प्रतीक जोशी के फ्लैट पर आयकर छानबीन के दौरान वहां तैनात सीआरपीएफ की टुकड़ी के साथ स्थानीय पुलिस के अधिकारियों की कहासुनी हो गई थी। दोनों के बीच हुआ विवाद मीडिया में भी वायरल हुआ था।Posted By: Amit Singh
Source: Dainik Jagran April 09, 2019 09:45 UTC