अडाणी को राइफल प्रोजेक्ट में शामिल करने की संभावना पर भारत ने रूस से कहा- कलाशनिकोव से डील पर विचार कर रहेनई दिल्ली. भारत सरकार ने रूस की मदद से एके-103 राइफल बनाने की बात कही है। भारत ने रूस को सलाह दी है कि अगर रक्षा मंत्रालय राइफल बनाने के लिए रूस का प्रस्ताव मान लेता है तो वहां की कलाशनिकोव कंसर्न और भारत के ऑर्डनेंस फैक्टरी बोर्ड (ओएफबी) को अापस में समझौता करना चाहिए।इससे पहले भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कलाशनिकोव कंसर्न के प्रस्ताव को यह कहकर अस्वीकार कर दिया था कि एके-103 राइफल अडानी ग्रुप के साथ मिलकर बनाई जाएगी। अडानी ग्रुप ने हाल ही में रक्षा सेक्टर में कदम रखा है। एके-103, 7.62x39 एमएम की बंदूक है। इसे एके-47 की तरह क्षमता वाला ही माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, "अगर राइफल के लिए रूस और भारत सरकार में कोई डील होती है तो निजी क्षेत्र की कंपनियों से समझौता करने का सवाल ही नहीं उठता।''विरोध की आशंका को लेकर डर रही सरकार : सरकार ने फ्रांस के 36 राफेल विमान बनाने को लेकर की रिलायंस डिफेंस के साथ 59 हजार करोड़ रुपए का समझौता किया है। राफेल डील से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को बाहर रखा गया। इसको लेकर संसद और कई सभाओं में सरकार पर आरोप लगा चुके हैं। लिहाजा एके-103 प्रोजेक्ट को लेकर सरकार कोई विवाद नहीं चाहती।12 हजार करोड़ में बनाई जाएगी बंदूक : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आर्मी ने 6.5 लाख एके-103 बंदूकों के लिए आवेदन भेजा है। आने वाले सालों में ये बंदूकें 12 हजार करोड़ रुपए में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत बनाई जाएगी।
Source: Dainik Bhaskar September 05, 2018 08:37 UTC