एक जादू की झप्पी में मोहब्बत, राहत और रिश्तों की गर्माहट होती है। कोरोना संकट ने इतना दूर कर दिया है कि गले लगना तो दूर लोग हाथ मिलाने से भी कतराते हैं। जाहिर है खुद को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा करना जरूरी भी है। जरा सी लापरवाही आपको कोविड 19 से संक्रमित कर सकती है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। लेकिन स्पेन में एक नर्सिंग होम है, जहां प्लास्टिक सिर्फ वायरस को रोकती है, प्यार को नहीं! 102 दिनों से पति से दूरस्पेन में कोरोना वायरस फैलने के बाद Agustina Cañamero को एक डर ने जकड़ लिया था। वह बीते 102 दिनों से अपने 83 वर्षीय पति से दूर थीं। लेकिन जब उन्होंने प्लास्टिक की एक चादर के सहारे उन्हें गले से लगाया, तो उनका यह खौफ छू मंतर हो गया।नर्सिंग होम में रहते हैं पतिउनके पति Pascual Perez बार्सिलोना के एक नर्सिंग होम में रहते हैं। वह भी उनमें से एक हैं जिन्होंने अपने करीबियों और आस-पास वालों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए खुद को कैद कर लिया। दरअसल, यह वायरस स्पेन के कई बुजुर्गों की जान ले चुका है।59 साल हो गए शादी को लेकिन…View this post on Instagram Jun 24, 2020 at 5:06am PDT A post shared by AP (@apnews) onदेशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान 81 वर्षीय Agustina घर में थीं, लेकिन अपने पति से दूर। शादी के 59 वर्षों में यह कपल कभी भी इतने लंबे समय तक एक-दूसरे से दूर नहीं रहा।जब मिले एक दूसरे से…ऐसे में जब Ballesol Puig i Fabra नर्सिंग होम ने प्रोटेक्टिव स्क्रीन्स के साथ अपनों से मिलने की इजाजत दी, तो Agustina वहां पहुंचने वाली सबसे पहली थीं। जब यह कपल मिला तो इनके बीच प्लास्टिक की चादर थी। आंखें नम थीं और दोनों ने लगभग 1 मिनट एक दूसरे को चूमा। उनके इमोशन्स के बीच सिर्फ प्लास्टिक की एक पतली चादर और उनके फेस मास्क थे।बहुतों का है यही हालऐसी ही कहानी है 61 वर्षीय Dolores Reyes और उनके 87 वर्षीय पिता Jose Reyes की। यह दोनों भी तकरीबन 4 महीने बाद मिले। कई लोग हैं जिन्हें करीबी महीनों से नर्सिंग होम में कैद हैं। दूर-दूर की इस जिंदगी ने लोगों को तोड़ दिया है। लेकिन नर्सिंग होम का प्लास्टिक स्क्रिन के इन कर्टन का इस्तेमाल सराहनीय है। क्योंकि ये प्लास्टिक की चादरें वायरस को दूर रखती हैं.. मोहब्बत को नहीं।Feature Image: AP Photo/Emilio Morenatti
Source: Navbharat Times June 24, 2020 12:33 UTC