कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मंदिर समिति ने लिया निर्णयमंदिर में दिन में दो बार हो रही सफाई, बेरीकेट्स और रैलिंग की भी बार-बार सफाई हो रहीदैनिक भास्कर Mar 16, 2020, 02:13 PM ISTउज्जैन. कोरोनावायरस का असर अब देवस्थानों पर भी नजर आने लगा है। देश में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सोमवार को उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। यहां बाबा महाकाल की प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्मआरती में 31 मार्च तक प्रवेश बंद कर दिया गया है। आम के साथ ही वीआईपी श्रद्धालुओं को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा गर्भगृह में सामान्य दर्शन भी बंद कर दिए गए हैं। आरती में केवल पुजारीगण ही मौजूद रहेंगे।कोराेना संक्रमण की आशंका के चलते महाकाल मंदिर में साफ-सफाई व्यवस्था और दुरुस्त कर दी है। मंदिर परिसर की दिन में दो बार धुलाई की जा रही है। मंदिर के बेरिकेट्स, रैलिंग की भी बार-बार सफाई कर रहे हैं। इसके अलावा उज्जैन स्थित मंगलनाथ, हरसिद्धि, कालभैरव और सांदीपनि आश्रम में भी श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है।बाबा महाकाल मंदिर में होने वाली आरतीप्रथम आरती भस्मआरती सुबह 04:00 से 06:00 बजे तकद्वितीय आरती द्योदक सुबह 07:30 से 08:15 बजे तकतृतीय भोग आरती सुबह 10:30 से 11:15 बजे तकचतुर्थ संध्याकालीन पूजन सायं 05:00 से 05:45 बजे तकपंचम संध्या आरती सायं 06:30 से 07:15 बजे तकशयन आरती रात्रि 10:30 से 11:00 बजे तकइन धार्मिक स्थानों पर भी कोरोना का असरकोरोनावायरस के चलते पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाला करतारपुर कॉरिडोर सोमवार से बंद हो गया। वहीं, माता वैष्णाे देवी श्राइन बोर्ड ने एनआरआई, विदेशी नागरिकाें और हाल में विदेश से लौटे भारतीयाें से 28 दिन के आइसाेलेशन से पहले मंदिर नहीं आने को कहा है। शिर्डी के साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने भी भक्ताें काे मंदिर आने से मना किया है। स्वामीनारायण संप्रदाय ने दुनियाभर में अपने मंदिरों में बड़े आयोजन स्थगित कर दिए हैं। वहीं, दतिया स्थित पीतांबरा पीठ में भी दर्शन रोकने का फैसला किया गया है।
Source: Dainik Bhaskar March 16, 2020 08:30 UTC