हरियाणा ने दिल्ली समेत सभी सीमाएं अनलॉक कीं, पंजाब में अब 2397 संक्रमितदैनिक भास्कर Jun 01, 2020, 08:12 AM ISTचंडीगढ़. चंडीगढ़ में फिर से कोरोना के केस आने लगे हैं। दो दिन की राहत के बाद रविवार को 5 मामले सामने आए हैं। इनमें से तीन बापूधाम से, एक सेक्टर 9 और एक खुड्डा अलीशेर से हैं। हरियाणा में रविवार को कोरोनावायरस के 154 नए मरीज मिले। इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा 2145 पर पहुंच गया। राज्य में अब मरीजों के दोगुना होने की रफ्तार 9 दिन हो गई है। पिछले एक सप्ताह में राज्य में औसतन हर 10वें मिनट में एक केस मिल रहा है। जो मरीजों के ठीक होने की गति से 3.5 गुना ज्यादा है। यहां औसतन 36 मिनट में एक मरीज ठीक हो रहा है।पिछले 24 घंटे में 77 मरीज ठीक हुए हैं। प्रदेश की दिल्ली समेत सभी सीमाएं सोमवार से खुल जाएंगी। एक जिले से दूसरे जिले में भी लोग आ-जा सकेंगे। जिलों के डीसी सीआरपीसी की धारा-144 के अंतर्गत व्यक्तिगत आवाजाही पर सिर्फ रात 9 से सुबह 5 बजे तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर प्रतिबंध लगा सकते हैं। वहीं, अब सुबह 9 से शाम 7 बजे तक बाजारों की सभी दुकानें खुल सकेंगी। पंजाब में रविवार काे काेराेना के 15 नए केस आए। संक्रमिताें का आंकड़ा अब 2397 हाे गया है। इनमें से 2030 ठीक हो चुके हैं। अमृतसर में 12, माेगा, जालंधर व तरनतारन में एक-एक केस आया।पंजाब में मास्क नहीं पहनने व थूकने पर 12 दिन में 40 हजार लोगों पर जुर्मानासीएम की ओर से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन नहीं करने पर सूबे में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा जताने के बाद पुलिस ने पिछलेे दो दिनों में बेहद सख्ती की है। पिछले 48 घंटों में 10 हजार 787 लोगों को मास्क नहीं पहनने और थूकने पर जुर्माना लगाया गया एवं 42 एफआईआर दर्ज की गई है। सूबे में अभी तक ऐसे लोगों से बतौर जुर्माना 1.15 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम वसूली गई है।17 मई से लेकर 30 मई तक सूबे में मास्क नहीं पहनने वाले 40,683 लोगों को जुर्माना किया गया है। 516 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई। डीजीपी के आदेश के बाद अब जिला लेवल पर एडवाइजरी का सख्ती से पालन करवाने और नहीं मानने वालों के जुर्माने के साथ केस भी दर्ज करने को कहा गया है।ये होगा पुलिस का टारगेेटमास्क नहीं पहनने वालों, सार्वजनिक स्थान पर थूकने वाले, सोशल डिस्टेंस नहीं मानने वाले, दुकानों पर भीड़ जमा करने वाले, बिना परमिशन काम करने वाले और वाहनों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वाले शामिल होंगे। विभिन्न विभागों, बोर्ड व कारपोरेशन में तैनात अधिकारियों व कर्मचारी जो एडवाइजरी फॉलो नहीं करेंगे।
Source: Dainik Bhaskar June 01, 2020 00:08 UTC