क्या वायरल : गंभीर हालत में नजर आ रहे एक बच्चे का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि, पबजी के चलते बच्चे के हाथ नहीं रुक रहे और उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है, इसलिए बच्चों को पबजी से दूर रखेंगंभीर हालत में नजर आ रहे एक बच्चे का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि, पबजी के चलते बच्चे के हाथ नहीं रुक रहे और उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है, इसलिए बच्चों को पबजी से दूर रखें क्या सच : वायरल वीडियो में नजर आ रहा बच्चा ब्लड कैंसर से जूझ रहा है। पबजी से ऐसी हालत होने की बात झूठी हैDainik Bhaskar Nov 16, 2019, 06:00 PM ISTफैक्ट चेक डेस्क. गुजरात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें गंभीर हालत में ऑपरेशन थियेटर में कोई शख्स नजर आ रहा रहा है, जिसका डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इस बच्चे का नाम सुभाष शाह है, पबजी खेलने के कारण इसके हाथ रुक नहीं रहे और दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है। वायरल वीडियो में पैरेंट्स से अपील की जा रही है कि अपने बच्चों को पबजी खेलने से रोकें और इस वीडियो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। दैनिक भास्कर मोबाइल ऐप के एक पाठक ने हमें यह वीडियो पुष्टि के लिए भेजा। पड़ताल में सोशल मीडिया का दावा झूठा निकला।क्या वायरलयह वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है।कई यूजर्स ने इसे ट्वीटर पर भी शेयर किया है।Kalol College pacvhad હરીનગર - ૨ માં એક છોકરો જેનું નામ સુભાષ શાહુ છે અને આ છૉકરા નૅ પબજી રમતા હાત બંઘ નથી થતા અનૅ છૉકરૉ મૅનટલ થૈ ગયૉ છૅ તમનૅ હાથ જૉડી નૅ વિનતી છૅ કૅ પબજી રમવા નુ બંધ કરૉ અનૅ આ વીડિયૉ આગળ મૉકલૉ જે થી બીજા કૉઈના છૉકરા નૉ જીવ બચી જાય 🙏 પબજી બંધ કરૉ pic.twitter.com/9qPD3C6sBR — Neelu Johar1105 (@johar4401) November 11, 2019बता दें कि पबजी एक ऑनलाइन मल्टीप्लेयर शूटिंग गेम है, जो युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। गुजरात सरकार प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए इस खेल पर प्रतिबंध लगा चुकी है। इस नैरेटिव के साथ भी वीडियो को वायरल किया जा रहा है।क्या है सच्चाईपड़ताल में सोशल मीडिया का दावा झूठा निकला। गूगल पर रिवर्स सर्च से हम ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म Milaap की वेबसाइट पर पहुंचे। यहां वायरल बच्चे की तस्वीर देखी जा सकती है।आर्टिकल पढ़कर पता चला कि इस बच्चे का सही नाम सुभाष नहीं बल्कि सुजान है, जो कर्नाटक का रहने वाला है।सुजान ब्लक कैंसर से जूझ रहा है। पबजी का आर्टिकल में कहीं कोई जिक्र नहीं है।पबजी के चलते ऐसी घटना होने की एक भी रिपोर्ट मीडिया में भी नहीं है।
Source: Dainik Bhaskar November 16, 2019 12:22 UTC