फोन के IMEI नंबर को कहीं नोट कर लें फिशिंग या फ्रॉड के केस में फोन के IMEI नंबर की जरूरत पड़ सकती है। बेहतर होगा कि अपने हैंडसेट के IMEI नंबर को कहीं नोट करके रख लें। डिवाइस के IMEI नंबर के लिए सेटिंग ऐप्स में जा सकते हैं। इसके अलावा फोन से *#06# डायल करके भी IMEI नंबर पता किया जा सकता है।समय-समय पर लेते रहें डेटा का बैकअप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने यूजर्स को फोन में मौजूद डेटा का बैकअप लेने की सलाह दी है। इससे फोन खोने या चोरी होने की हालत में कीमती डेटा को ट्रैक और सिक्यॉर किया जा सकता है। इसके साथ ही एक्स्ट्रा सिक्यॉरिटी के लिए फोन को पिन कोड, पासकोड या बायॉमेट्रिक पासवर्ड से प्रटेक्ट करें।डेटा ट्रांसफर करते समय उसे स्कैन जरूर करें कंप्यूटर से मोबाइल में डेटा ट्रांसफर करने से पहले उसे ऐंटी-वायरस से स्कैन जरूर कर लें। इससे मोबाइल में करप्ट या वायरस वाले फाइल को मोबाइल में एंटर होने से रोका जा सकता है। यह स्टेप मोबाइल और मोबाइल में सेव यूजर के बैंकिंग डीटेल्स की सिक्यॉरिटी के लिए काफी अहम है।फोन को करें अपडेट फोन को हमेशा लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से अपडेट रखें। नए फीचर्स के साथ मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट्स में लेटेस्ट सिक्यॉरिटी पैच भी दिया जाता है। यह डिवाइस को वायरस अटैक्स के खतरे से बचाने में काफी मदद करता है।पासवर्ड और यूजरनेम को रखें सेफ फ्रॉड से बचने का एक और कारगर तरीका है कि फोन में कभी भी बैंकिंग पासवर्ड, यूजरनेम या एटीएम पिन को सेव न करें। वहीं, अगर ऐसा करना आपकी मजबूरी है तो ऐप लॉक फीचर का जरूर इस्तेमाल करें। इसके साथ ही कभी भी हैक हुए स्मार्टफोन का डेटा किसी दूसरे स्मार्टफोन में ट्रांसफर न करें।
Source: Navbharat Times August 21, 2020 06:45 UTC