1 /4 अलग-अलग भाग्य जैसे अलग होते हैं आराध्यजैसे अलग-अलग लोगों का भाग्य अलग-अलग होता है। वैसे ही अलग-अलग लोगों के अलग-अलग आराध्य होते हैं। मसलन कि अगर किसी जातक के आराध्य शिवजी हैं तो वह गणेशजी को पूजता है तो गणेशजी उनका अहित तो नहीं करेंगे लेकिन उतना लाभ भी नहीं मिलता है। हालांकि अगर जातक शिवजी की अटूट भक्ति करने लगता है तो उसकी तरक्की में कोई बाधा नहीं पहुंच सकती। तो अगर आपको अपने आराध्य के बारे में नहीं पता है तो हम हस्तरेखाशास्त्र के माध्यम से इसका राज खोल रहे हैं।
Source: Navbharat Times August 21, 2020 12:11 UTC