दुनिया भर में डेटा सेंटर बनाने के खिलाफ लोग विरोध कर रहे हैं। अमेरिका में सोशल मीडिया पर लोग ग्रुप बनाकर इसका विरोध कर रहे हैं। चीन और रूस जैसे देश सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके गलत जानकारी फैला सकते हैं ताकि अमेरिका में डेटा सेंटर का निर्माण रुक जाए। इससे चीन और रूस को फायदा होगा क्योंकि वे खुद AI में आगे निकलना चाहते हैं। जैसे-जैसे विरोध बढ़ेगा, विदेशी देश AI की मदद से फेक तस्वीरें और वीडियो बनाकर लोगों को भड़का सकते हैं। ये गलत जानकारी असली लगेगी और विरोध को और तेज कर देगी। इससे AI का विकास धीमा पड़ सकता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेंशन बढ़ सकती है।
Source: Navbharat Times December 21, 2025 12:40 UTC