लॉकडाउन के कारण देशभर में पूरे अप्रैल में आर्थिक गतिविधियां ठप रहींमार्च 2020 में कोर सेक्टर के उत्पादन में 9 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थीदैनिक भास्कर May 29, 2020, 07:20 PM ISTनई दिल्ली. अर्थव्यवस्था के 8 कोर सेक्टर का उत्पादन अप्रैल 2020 में रिकॉर्ड 38.1 फीसदी गिर गया। यह बात शुक्रवार को जारी एक सरकारी आंकड़े में कही गई। मार्च 2020 में इसमें 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। कोर सेक्टर के ताजा आंकड़े से लॉकडाउन के आर्थिक असर का पता चलता है। अप्रैल में पूरे महीने लॉकडाउन के कारण पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप रही थीं। कोर सेक्टर का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 फीसदी योगदान होता है। इसलिए कोर सेक्टर में रिकॉर्ड गिरावट के बाद अप्रैल के आईआईपी आंकड़े में भी भारी गिरावट की आशंका है।सभी 8 उद्योगों में भारी गिरावट, सीमेंट उत्पादन 86 फीसदी गिरावाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2020 में सभी 8 कोर सेक्टर्स में भारी गिरावट दर्ज की गई। सीमेंट उद्योग में साल-दर-साल आधार पर सर्वाधिक 86 फीसदी गिरावट रही। इसके बाद स्टील उद्योग में पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में 83.9 फीसदी गिरावट रही।8 कोर सेक्टर्स में साल-दर-साल आधार पर गिरावट का ब्योरासीमेंट : -86 फीसदीस्टील : -83.9 फीसदीपेट्रोलियम रिफाइनरी : -24.2 फीसदीबिजली उत्पादन : -22.8 फीसदीप्राकृतिक गैस : -19.9 फीसदीकोयला : -15.5 फीसदीकच्चा तेल : -6.4 फीसदीउर्वरक : -4.5 फीसदी2019-20 में महज 0.4 फीसदी रही कोर सेक्टर की विकास दरकारोबारी साल 2019-20 में कोर सेक्टर की विकास दर महज 0.4 फीसदी रही। यह कम से कम गत 8 साल में (2012-13 से अब तक) सबसे कम है। पिछले कारोबारी साल में कोयला उद्योग का उत्पादन 0.4 फीसदी गिरा। इसी तरह से कच्चे तेल का उत्पादन 5.9 फीसदी और प्राकृतिक गैस का उत्पादन 5.6 फीसदी गिरा। सीमेंट उत्पादन भी 0.9 फीसदी घटा। हालांकि बाकी चार सेक्टर में सालभर में विकास दिखा। पिछले कारोबारी साल में पेट्र्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन 0.2 फीसदी, उर्वरक उत्पादन 2.7 फीसदी, स्टील उत्पादन 3.4 फीसदी और बिजली उत्पादन 1 फीसदी बढ़ा।
Source: Dainik Bhaskar May 29, 2020 13:16 UTC