Patna News: पीएमसीएच में हेलीपैड तैयार, पर एयर एम्बुलेंस कब मिलेगा - News Summed Up

Patna News: पीएमसीएच में हेलीपैड तैयार, पर एयर एम्बुलेंस कब मिलेगा


पटना ब्यूरो:बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में गंभीर मरीजों को एयरलिफ्ट करने की दिशा में बड़ा ढांचागत कदम पूरा हो चुका है। नवनिर्मित भवन की छत पर अत्याधुनिक हेलीपैड बनकर तैयार है, रैंप और लिफ्ट की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई है। इसके बावजूद सबसे अहम सवाल अब ये है कि जब हेलीपैड बन गया है, तो एयर एम्बुलेंस की सुविधा आखिर कब शुरू होगी? -हेलीपैड तैयार, लेकिन उड़ान बाकीपीएमसीएच के नए भवन के 10वें तल की छत पर बने हेलीपैड को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि एयर एम्बुलेंस से लाए गए मरीजों को सीधे इमरजेंसी तक पहुंचाया जा सके। हेलीपैड से इमरजेंसी वार्ड तक पहुंचाने के लिए दो-दो लिफ्ट की सुविधा दी गई है, ताकि समय की बर्बादी न हो और गंभीर मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके। तकनीकी रूप से यह व्यवस्था पूरी तरह तैयार है, लेकिन संचालन की अनुमति अब तक नहीं मिल पाई है।-डीजीसीए की मंजूरी बनी बाधाएयर एम्बुलेंस सेवा शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) अनिवार्य है। इस अनुमति की प्रक्रिया बीएमएससीआईएल और एलएंडटी की ओर से पूरी की जा रही है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक फरवरी तक भी इस सेवा के शुरू होने की संभावना कम ही दिखाई दे रही है, जबकि पीएमसीएच के एक डॉक्टर ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि कई बार अस्पताल की ओर से निर्देश दिया गया था कि नवंबर 2025 तक काम कंप्लीट कर शुरूआत करनी है।-पहला सरकारी अस्पताल बनने का दावापीएमसीएच प्रशासन का कहना है कि एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू होते ही यह बिहार का पहला सरकारी अस्पताल बन जाएगा, जहां गंभीर मरीजों के लिए एयरलिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे न केवल राज्य के भीतर बल्कि दूसरे राज्यों से भी गंभीर मरीजों को कम समय में लाना संभव हो सकेगा। वहीं जरूरत पड़ने पर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे शहरों में रेफर करना भी आसान होगा।-पहले चरण की कुछ काम बांकी हैपीएमसीएच प्रशासन के अनुसार, अस्पताल के उन्नयन की प्रक्रिया लगातार चल रही है। पहले चरण की कई सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं, जबकि कुछ पर काम जारी है। डीजीसीए से एनओसी मिलते ही एयर एम्बुलेंस की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। प्रशासन स्तर पर सभी तैयारियां पूरी हैं और केवल औपचारिक अनुमति का इंतजार है।-आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नया पीएमसीएचपीएमसीएच का पुनर्निर्माण इसे देश के सबसे बड़े अस्पताल परिसरों में शामिल करने की दिशा में है। वर्तमान में 1,700 बेड की क्षमता वाला यह अस्पताल पुनर्निर्माण के बाद 5,462 बेड का हो जाएगा। अस्पताल परिसर को ग्रीन बिल्डिंग की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं, अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक और आधुनिक जांच सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। पहले चरण में दो टावरों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें कई सेवाएं शुरू हो चुकी हैं।-गंभीर मरीजों के लिए क्यों ज़रूरी है एयर एम्बुलेंससड़क मार्ग से लंबी दूरी तय करने में समय लगता है, जो कई बार मरीज की जान पर भारी पड़ सकता है। एयर एम्बुलेंस के जरिए गंभीर मरीजों को कम समय में विशेषज्ञ इलाज तक पहुंचाया जा सकता है। खासकर हार्ट अटैक, गंभीर ट्रॉमा, न्यूरो सर्जरी और अंग प्रत्यारोपण जैसे मामलों में यह सुविधा जीवनरक्षक साबित हो सकती है।-प्रशासनिक औपचारिकता अभी बांकीहेलीपैड के निर्माण से लोगों में उम्मीद जगी थी कि जल्द ही एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू होगी। लेकिन अनुमति की लंबी प्रक्रिया और समयसीमा के टलने से मरीजों और उनके परिजनों में निराशा भी है। सवाल यह है कि जब बुनियादी ढांचा तैयार है, तो प्रशासनिक औपचारिकताओं में देरी क्यों हो रही है।-अब सबकी निगाहें फरवरी परपीएमसीएच में हेलीपैड बनना निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, लेकिन जब तक एयर एम्बुलेंस सेवा वास्तव में शुरू नहीं होती, तब तक यह सुविधा अधूरी ही मानी जाएगी। डीजीसीए की मंजूरी मिलने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि गंभीर मरीजों के लिए यह बहुप्रतीक्षित सेवा कब जमीन से आसमान तक की दूरी को सच में कम कर पाएगी।डीजीसीए से एनओसी मिलते ही एयर एम्बुलेंस की सुविधा शुरू कर दी जाएगी.और बात करने की िस्थति में नहीं हूूं अभी मैं पटना से बाहर हूं। पटना आने के बाद बांकी जानकारी दे पाउंगा।-डॉ। आई.एस। ठाकुर, अधीक्षक, पीएमसीएच


Source: Dainik Jagran December 25, 2025 20:52 UTC



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